📍 कानपुर, उत्तर प्रदेश
गंगा नदी में आई बाढ़ का कहर कानपुर, उन्नाव, शुक्लागंज और बिठूर तक फैल गया है। 30 से अधिक गांव डूब चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। गंगा के तेज बहाव से शहर के कई प्रमुख मार्ग कट गए हैं। गंगा बैराज रोड पर लगभग चार हजार परिवारों को शिविरों में रोका गया है। गंगा कटरी में पानी और बढ़ने के कारण बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है। लोग अपने गांवों से सामान लाने के लिए ट्रैक्टरों और नावों से आवाजाही कर रहे हैं। शिविरों में बच्चों के पास किताबें और बस्ते हैं, लेकिन वे बेबस बैठे हैं। बैकुंठपुर मार्ग से बैराज तक की एक लेन सड़क पर यातायात भी बंद कर दिया गया है।

बाढ़ से बिगड़ते हालात को देखते हुए मदद की पहल शुरू हो गई है। गुरुवार को इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी तथा रोटरी क्लब कानपुर सूर्या की ओर से बाढ़ पीड़ितों को एक हज़ार लंच पैकेट वितरित किए गए। इस अवसर पर एसडीएम सदर अभिषेक सिंह, तहसीलदार सदर, रेड क्रॉस सचिव आर. के. सफ्फर, रो. प्रदीप खंडेलवाल, शरद अग्रवाल, अशोक खंडेलवाल, मनीष अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार अभय त्रिपाठी, प्रमोद सुराना और चंदन अवस्थी मौजूद रहे।
लोगों ने अपील की कि इस मुश्किल घड़ी में सभी को दिल खोलकर मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा –
“गंगा कटरी के हालात बेहद खराब हैं। लोगों को खाने, दवाइयों और रहने की भारी दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे समय में बाढ़ पीड़ितों की मदद करना सबसे बड़ी सेवा है, क्योंकि इंसानियत से बढ़कर कोई धर्म नहीं है।”
🖊️ संवाददाता – किशोर मोहन गुप्ता
गुजरात प्रवासी न्यूज़, कानपुर/अहमदाबाद






