Homeसंस्था का अभियान447वाँ युगऋषि वाङ्मय की स्थापना सम्पन्न

447वाँ युगऋषि वाङ्मय की स्थापना सम्पन्न

‘‘ऋषि का सद्साहित्‍य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है’’ – उमानन्द शर्मा आर०जी०एस० कॉलेज ऑफ फार्मेसी, लखनऊ के पुस्तकालय में हुआ आयोजन

लखनऊ, 29 अगस्त 2025।
गायत्री ज्ञान मंदिर, इंदिरा नगर लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अंतर्गत आर०जी०एस० कॉलेज ऑफ फार्मेसी, इटौंजा, लखनऊ (उ.प्र.) में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं० श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित 79खण्डों का 447वाँ ऋषि वाङ्मय स्थापित किया गया।

         

यह साहित्य गायत्री परिवार की सक्रिय कार्यकर्त्री श्रीमती सीमा निरंजन एवं श्री अनिल कुमार निरंजन ने अपने पुत्र श्री हर्षवर्धन निरंजन एवं पुत्री सुश्री अदिति निरंजन के उज्ज्वल भविष्य हेतु भेंट किया। साथ ही उपस्थित संकाय सदस्यों एवं छात्र-छात्राओं को ‘अखण्ड ज्योति (हिन्दी) पत्रिका’ भी वितरित की गई।       

मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि—

👉 “ऋषि का सद्साहित्‍य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है।”


संस्थान के निदेशक प्रो० डॉ० अविनाश चन्द्र त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति :

  • गायत्री ज्ञान मंदिर प्रतिनिधि – श्री उमानंद शर्मा, श्री देवेन्द्र सिंह

  • श्री अनिल निरंजन के प्रतिनिधि – श्री देवेन्द्र सिंह

  • निदेशक – प्रो० डॉ० अविनाश चन्द्र त्रिपाठी

  • एडमिन मैनेजर – श्री अंकित मिश्रा

  • सहायक प्राध्यापक एवं सह-पाठ्यचर्या समिति प्रमुख – सुश्री विजयस्वरी मिश्रा

  • सहायक प्राध्यापक एवं पाठ्येतर समिति प्रमुख – श्री राहुल सिंह यादव

  • शैक्षणिक प्रमुख – श्रीमती रूप रंजन श्रीवास्तवसंस्थान के

  • चिकित्सकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं

संवाददाता : गुजरात प्रवासी न्यूज़, अहमदाबाद

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