Homeवाइब्रेंट गुजरात“वाइब्रेंट गुजरात” से “लोकल फॉर ग्लोबल” तक

“वाइब्रेंट गुजरात” से “लोकल फॉर ग्लोबल” तक

विकसित भारत 2047 की मजबूत नींव रखता गुजरात मॉडल

संवाददाता / गांधीनगर | 28 अगस्त 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच से वर्ष 2003 में शुरू हुई वाइब्रेंट गुजरात समिट ने दो दशकों में भारत को वैश्विक निवेश मानचित्र पर नई पहचान दिलाई है। 22 वर्षों की इस यात्रा ने अब “वोकल फॉर लोकल” से आगे बढ़ते हुए “लोकल फॉर ग्लोबल” की ठोस दिशा दी है।

 गुजरात का विकास सफर (2003 से 2025 तक)

औद्योगिक उत्पादन: ₹44,000 करोड़ → ₹6.3 लाख करोड़

मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट: ₹1.48 लाख करोड़ → ₹21.5 लाख करोड़

प्रति व्यक्ति आय: ₹18,392 → ₹2.73 लाख

FDI निवेश: ₹5.5 लाख करोड़ से अधिक

2600+ एमओयू पर हस्ताक्षर, 81 लाख+ रोज़गार के अवसर

10वीं वाइब्रेंट गुजरात समिट 2025

 

इस वर्ष हुई 10वीं समिट में रिकॉर्ड निवेशक और देशों की भागीदारी देखने को मिली—

140 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया

98,000+ एमओयू साइन हुए

45,000 से अधिक निवेशकों ने गुजरात में निवेश की प्रतिबद्धता जताई

 अब “वाइब्रेंट गुजरात रिजनल कॉन्फ्रेंस”

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घोषणा की कि अब हर क्षेत्र को वैश्विक विकास की धारा से जोड़ने के लिए रिजनल कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएंगी।

कॉन्फ्रेंस कैलेंडर 2025-26

उत्तर गुजरात – महेसाणा | 9-10 अक्टूबर 2025

सौराष्ट्र-कच्छ – राजकोट | 8-9 जनवरी 2026

दक्षिण गुजरात – सूरत | 9-10 अप्रैल 2026

मध्य गुजरात – वडोदरा | 10-11 जून 2026

भविष्य की दिशा

 

“वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” (ODOP) से ब्रांडिंग और निर्यात को बढ़ावा

MSME और स्टार्टअप इकोसिस्टम का सशक्तिकरण

ग्रीन एनर्जी, सेमीकंडक्टर, डिफेंस और एयरोस्पेस में निवेश के नए अवसर

युवाओं के लिए स्किलिंग और रोजगार पर विशेष फोकस

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा—

“गुजरात पारंपरिक उद्योगों में अग्रणी रहा है, अब नवाचार, रिसर्च और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में भी आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार कर रहा है।”

Ease of Doing Business में गुजरात नंबर वन

राज्य सरकार ने 20 से अधिक उद्योग नीतियाँ लागू कीं। भूमि आवंटन, पर्यावरण अनुमति और लाइसेंसिंग की प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बनाया गया। “सिंगल विंडो क्लीयरेंस” के तहत निवेशकों को निर्बाध सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।

               गुजरात का विकास मॉडल आज “गेटवे टू द फ्यूचर” बन चुका है। वाइब्रेंट गुजरात सिर्फ एक समिट नहीं, बल्कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र की कतार में लाने वाला सशक्त इंजन है।

गुजरात प्रवासी न्यूज़ अहमदाबाद www.gujaratpravasinews.com

RELATED ARTICLES

Most Popular