डॉ. उमेश पालीवाल ने किया अपने ताऊ का देहदान, चारों बेटियों ने दिया कंधा
📍 कानपुर, 16 अगस्त 2025
युग दधीचि देहदान महायज्ञ में आज 207वीं आहुति के रूप में ग्राम बिरहुन, रसूलाबाद (कानपुर देहात) के मूल निवासी एवं वर्तमान में आरोहम हैप्पीनेस होम, बिठूर कानपुर में रहने वाले 88 वर्षीय श्री शंकरलाल की पार्थिव देह उनके भतीजे डॉ. उमेश पालीवाल एवं चारों बेटियों वंदना, कल्पना, साधना एवं चेतना ने संकल्प को पूरा करते हुए दान कर दी।
बेटियों ने की महाआरती
देहदान से पूर्व चारों बेटियों ने अपने पिता की पार्थिव देह की महाआरती की और अग्नि परिक्रमा भी की। 15 अगस्त की दोपहर श्री शंकरलाल के निधन की सूचना पर डॉ. उमेश पालीवाल ने अभियान प्रमुख मनोज सेंगर को जानकारी दी। आवश्यक औपचारिकताओं के बाद महासचिव माधवी सेंगर के परामर्श से यह निर्णय लिया गया कि देह पीलीभीत मेडिकल कॉलेज को समर्पित की जाएगी।
आज प्रातः कानपुर से रवाना होकर पार्थिव देह शाम को पीलीभीत मेडिकल कॉलेज पहुंचाई गई, जहां एनाटॉमी विभाग की प्रमुख डॉ. अर्चना सिंह ने सहयोगियों सहित सम्मानपूर्वक स्वीकार किया और परिवार का आभार व्यक्त किया।
महिला सशक्तीकरण की मिसाल
श्री शंकरलाल की पार्थिव देह को दान हेतु ले जाते समय चारों बेटियों ने स्वयं कंधा देकर समाज के लिए महिला सशक्तीकरण की अनूठी मिसाल पेश की। इस अवसर पर बहू डॉ. मृदुला पालीवाल एवं समधी मुकेश पालीवाल का भी विशेष सहयोग रहा।
अभियान प्रमुख मनोज सेंगर ने बताया कि श्री शंकरलाल ने पिछले वर्ष ही देहदान का संकल्प लिया था। संस्था द्वारा अब तक 307वीं देह समर्पित की जा चुकी है।
कानपुर नगर, 16 अगस्त 2025
संवाददाता : किशोर मोहन गुप्ता
गुजरात प्रवासी न्यूज़, कानपुर नगर