डॉक्टर आलोक कुमार द्विवेदी
अयोध्या। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन एवं उद्यमिता विभाग में “भारतीय ज्ञान परंपरा से शिक्षा प्रबंधन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। यह कार्यशाला शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (अवध प्रांत) के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की गई।
कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षा के भारतीय दृष्टिकोण और प्राचीन प्रबंधन मूल्यों को वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में पुनर्स्थापित करने पर केंद्रित रहा। इस अवसर पर शिक्षा क्षेत्र के अनेक विशेषज्ञों, प्रोफेसरों और शोधार्थियों ने भाग लिया।
कार्यशाला के प्रथम सत्र की अध्यक्षता डॉ. गीतिका श्रीवास्तव (सह-आचार्य, भौतिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग) ने की। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा के वैज्ञानिक पक्ष और शैक्षिक मूल्यों पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
प्रो. हिमांशु शेखर, विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संरक्षक ने कहा कि “भारतीय शिक्षा केवल सूचना का हस्तांतरण नहीं, बल्कि समग्र व्यक्तित्व विकास का माध्यम है।”
डॉ. अनुराग तिवारी ने शिक्षा प्रबंधन के समकालीन संदर्भों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “प्राचीन भारतीय परंपरा में नैतिकता, अनुशासन, गुरुभक्ति एवं आत्मविकास को शिक्षा का मूल आधार माना गया है, जिसकी पुनर्स्थापना आवश्यक है।”
सह संपादक डॉक्टर आलोक कुमार द्विवेदी गुजरात प्रवासी न्यूज हरिद्वार अहमदाबाद